देश post authorAdmin 23-May-2020 (0)

विदेश में फंसे हैं, वतन वापसी के लिए जान लें क्या है वंदे भारत मिशन

post


भारत ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए 31 मई तक लॉकडाउन बढाया गया है। इसकी घोषणा सबसे पहले मार्च में की गई थी। तभी सभी विदेशी हवाई उड़ानों पर रोक लगा दी गइ थी। इसके चलते बहुत से लोग विदेश में ही फंस गए थे। अब इन्ही लोगों को विदेश से घर लाने की पहल वंदे भारत मिशन के तौर पर चल रही है।


जानें क्या है वंदे भारत मिशन

सरकार कई एजेंसियों के सहयोग से ‘वंदे भारत मिशन चला रही है, जिसके तहत विशेष उड़ानें ब्रिटेन, अमेरिका, और सिंगापुर, मलेशिया, कुवैत, सऊदी अरब, फिलीपींस, संयुक्‍त अरब अमीरात (UAE) और बांग्लादेश भेजी जाएंगी। इन विशेष फ्लाइट्स में 200 से 300 यात्रियों को ही बैठने की इजाजत होगी, अर्थात इन विशेष विमानों में भी सोशल डिस्‍टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन किया जाएगा।
13 जून तक चलेगा वंदे भारत मिशन का दूसरा चरण 
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव का कहना है कि, 16 मई से वंदे भारत मिशन का दूसरा चरण शुरू किया गया है जो 13 जून तक चलेगा। दूसरे चरण में हम 47 देशों से 162 उड़ानें स्वदेश लाएंगे। गुरुवार तक 98 देशों से 2,59,001 लोगों ने भारत आने के लिए पंजीयन करवाया है। इसमें 28 फीसद कामगार, 25 फीसद विद्यार्थी, 14.5 फीसद प्रोफेशनल्स व 7.6 फीसद पर्यटक वगैरह हैं जो कई देशों में फंसे हुए हैं। इसके अलावा चिकित्सा वजहों से भी हजारों लोगों ने भारत लौटने की मंशा जताई है।'' 

मंत्रालय की अभी जो तैयारी है उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि तीन-चार महीनों तक इस मिशन को चलाना पड़ सकता है। अभी लंबी दूरी यानी 7-8 घंटे से ज्यादा के उड़ानों में चिकित्सा वजहों से भारत लौटने वाले या बुजुर्गो को सबसे ज्यादा तरजीह दी जा रही है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी वरीयता के तौर पर लिया जा रहा है। अभी तक 8700 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं ने भारत लौटने के लिए पंजीयन करवाया है, जिन्हें कई वजहों से भारत लाना जरुरी माना जा रहा है। इसके साथ ही ऐसे श्रमिक जिनका रोजगार छिन चुका है, उन्हें भी तरजीह दी जा रही है। खाड़ी से आने वाले उड़ानों में बेरोजगार हुए श्रमिक ज्यादा आ रहे हैं।सरकार की कोशिश है कि फिलहाल उन्हीं लोगों को वापस लाया जायेगा जिनका वीजा खत्म होने वाला है. या फिर जिन यात्रियों को चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति,या निर्वासन की संभावना जैसी खास वजहें सामने आ गई हैं। 

ये भी पढ़ें

Leave a Comment